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ट्विंकल वैष्णव और कुलदीप ओझा ने मन भर निरखण दे गीत में आवाज दी है जबकि गीत के प्यारे बोल अशोक दाधीच ने लिखे हैं। गीत का म्यूजिक काली सुंगन बुचेती ने कम्पोज किया हैं। मारवाड़ी सांग पी.आर.जी म्यूजिक एंड फिल्म्स की ओर से प्रस्तुत हुआ हैं। इस गीत के निर्देशक व निर्माता सज्जन सिंह गहलोत हैं।
ठंडी ठंडी हवा में गौरी का लहरिया उड़ रहा हैं और पिया अपनी गौरी का दीवाना हैं। पिया अपनी गौरी का मुखड़ा मन भर देख रहा हैं और वो ही जिसकी जिंदगी हैं। धीरे धीरे दोनों में प्रीत का बंधन बंध रहा हैं और ढोल मारु की तरह एक नयी कहानी की शुरुआत कर रहे हैं। गौरी को पतली कमर बल खा रही हैं और उसकी तिरछी नजर ने पिया का दिल घायल कर दिया हैं।
Man Bhar Nirkhan De Song Lyrics
ठंडा ठंडा बायरा में खुशबू या थारी हैं
दीवानो मैं गौरी थारो जिंदगी तू म्हारी ये
मन भर निरखण दे रंगीली थारा रूप ने
दीवानो मैं गौरी थारो जिंदगी तू म्हारी ये
मन भर निरखण दे रंगीली थारा रूप ने
धीरे धीरे आपा दोन्यू प्रीत ने बढ़ावाला
ढोला मारु जेडी नयी कहानी बनावाला
धक धक धड़के रे सज्जन म्हारो दिल धड़के रे
ढोला मारु जेडी नयी कहानी बनावाला
धक धक धड़के रे सज्जन म्हारो दिल धड़के रे
केसर जैसी काया थारी रूप की तू रानी हैं
गौरी थारी अँखियो में झील जेड़ो पानी हैं
मन भर निरखण दे रंगीली थारा रूप ने
गौरी थारी अँखियो में झील जेड़ो पानी हैं
मन भर निरखण दे रंगीली थारा रूप ने
जानू थारी बाता तू तो रूप को हैं रसियो
झबीलो हठीलो छैलो म्हारे मन बसियो
धक धक धड़के रे सज्जन म्हारो दिल धड़के रे
झबीलो हठीलो छैलो म्हारे मन बसियो
धक धक धड़के रे सज्जन म्हारो दिल धड़के रे
पतली कमर गौरी थारी बल खावे हैं
तिरछी निजर थारी तीर सा चलावे हैं
मन भर निरखण दे रंगीली थारा रूप ने
तिरछी निजर थारी तीर सा चलावे हैं
मन भर निरखण दे रंगीली थारा रूप ने
सोलह श्रृंगार सज धज थारी खातिर आई रे
फूल सा हिया में प्रीत भरके ल्याई रे
धक धक धड़के रे सज्जन म्हारो दिल धड़के र
फूल सा हिया में प्रीत भरके ल्याई रे
धक धक धड़के रे सज्जन म्हारो दिल धड़के र
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